Hindi
Previous year question paper with solutions for Hindi Mar-2018
Our website provides solved previous year question paper for Hindi Mar-2018. Doing preparation from the previous year question paper helps you to get good marks in exams. From our Hindi question paper bank, students can download solved previous year question paper. The solutions to these previous year question paper are very easy to understand.
These Questions are downloaded from www.brpaper.com You can also download previous years question papers of 10th and 12th (PSEB & CBSE), B-Tech, Diploma, BBA, BCA, MBA, MCA, M-Tech, PGDCA, B-Com, BSc-IT, MSC-IT.
Question paper 1
1. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का हाठअथवा नहीं में उतà¥à¤¤à¤° दीजिठ-
(i)'आधार' शबà¥à¤¦ का विपरीत शबà¥à¤¦ निराशà¥à¤°à¤¿à¤¤' होगा - हाठअथवा नहीं
Answer:
नहीं
(ii) 'बनगमन' समसà¥à¤¤ पद के निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित समास-विगà¥à¤°à¤¹-विकलà¥à¤ªà¥‹à¤‚ में से सही विकलà¥à¤ª को चà¥à¤¨à¤•र लिखिठ:
(क) वन में गमन (ख) वन को गमन '
(ग) वन के लिठगमन (४) वन से गमन
Answer:
वन को गमन
(iii) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित कथन में सही अथवा गलत लिखें :
'अरà¥à¤¥' शबà¥à¤¦ का विशेषण होगा- 'आरà¥à¤¥à¤¿à¤•ता
Answer:
हाà¤
(iv) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित कथन में संही अथवा गलत लिखें :
'जो बात कही न जा सके' अनेक शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के लिठका à¤à¤• शबà¥à¤¦ होगा - 'अकथनीय'
Answer:
संही
(v) “पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€' शबà¥à¤¦ के निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से सही परà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤šà¥€ शबà¥à¤¦ को चà¥à¤¨à¤•र लिखें -
(क) तनय (ख) तनà¥à¤œ (ग) तनà¥à¤œà¤¾
Answer:
तनà¥à¤œà¤¾
(vi) कवि रहीम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ संपतà¥à¤¤à¤¿ का संचय किसलिठकरते हैं ?
Answer:
जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ संपतà¥à¤¤à¤¿ का संचय पैरोपकार करते हैं
(vii) 'हम राजà¥à¤¯ लिठगरते हैं' कविता के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° किसान संसार को कैसे समृदà¥à¤§ बनाते हैं ?
Answer:
अनà¥à¤¨ पैदा करके
(viii) रिकà¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की पूरà¥à¤¤à¤¿ कीजिठ- ममता रोहतास दà¥à¤°à¥à¤— के मंतà¥à¤°à¥€ ------- की पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ थी।
Answer:
चूड़ामणि
(ix) 'हाà¤' अथवा 'नहीं' में उतà¥à¤¤à¤° दीजिठ-
‘सदाचार का तावीज' निबनà¥à¤§ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° साधॠने तावीज़ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— गरे पर किया। हाठअथवा नहीं।
Answer:
नहीं
(x)'सूखी ली' à¤à¤•ांकी में दादा मूलराज की पोती इंदॠने कहाठतक शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की थी ? निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से सही विकलà¥à¤ª को । चà¥à¤¨ कर लिखिठ:
(क) मिडल तक (ख) पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤®à¤°à¥€ तक
(ग) दसवीं तक (घ) बारहवीं तक
Answer:
पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤®à¤°à¥€ तक
à¤à¤¾à¤—-ख़
निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤° दीजिठ-
(i) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ की संधि कीजिठ-
हत + उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤
Answer:
हतोतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤
अथवा
निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित शबà¥à¤¦ का संधिविचà¥à¤›à¥‡à¤¦ कीजिठ-
पितà¥à¤°à¤°à¥à¤ªà¤£ |
Answer:
पितà¥à¤¤ + अरà¥à¤ªà¤£
(ii) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित समसà¥à¤¤ पद (समास) का विगà¥à¤°à¤¹ कीजिठ-
राजकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Answer:
राजा की कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
अथवा
निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित विगà¥à¤°à¤¹ का समसà¥à¤¤ पद (समास) बनाइठ-
नीली है जो गाय
Answer:
नीलगाय
(iii) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• शबà¥à¤¦ की à¤à¤¾à¤µà¤µà¤¾à¤šà¤• संजà¥à¤žà¤¾ बनाइठ-
मीठा, अपना
Answer:
मीठा:-मिठास
अपना:- अपनापन
(iv) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• शबà¥à¤¦ का विशेषण बनाइठ-
चिंता, परिवार |
Answer:
चिंता:-चिंतित
परिवार:-पारिवारिक
(v) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• शबà¥à¤¦ के दो परà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤šà¥€ शबà¥à¤¦ लिखिठ-
दिन, इचà¥à¤›à¤¾ |
Answer:
दिन:- दिवस, बार
इचà¥à¤›à¤¾:- मनोरथ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾
(vi) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• समरूपी à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤• शबà¥à¤¦-यà¥à¤—à¥à¤® का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— वाकà¥à¤¯ में इस तरह करें ताकि उनका अरà¥à¤¥ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ हो ।
जाठ- अनà¥à¤¨-अनà¥à¤¯, सपà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°
Answer:
अनà¥à¤¨:-(अनाज) देश में अनà¥à¤¨ की खपत बढ़ रही है l
अनà¥à¤¯:-(दूसरा) आपके अलावा अनà¥à¤¯ कोई नहीं है l
सपà¥à¤¤à¥à¤°:-(पà¥à¤¤à¥à¤° सहित) आप के सपà¥à¤¤à¥à¤° आगमन पर हम पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ है l
सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°:-(अचà¥à¤›à¤¾ बेटा) पूनम का सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤° तो उचà¥à¤š पद पर है l
(vii) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• वाकà¥à¤¯à¤¾à¤‚श (अनेक शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के लिठà¤à¤• शबà¥à¤¦ लिखिठ-
पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿, जो नीति का जà¥à¤žà¤¾à¤¤à¤¾ हो।
Answer:
पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿:-पैरतक
जो नीति का जà¥à¤žà¤¾à¤¤à¤¾ हो:-नीतिजà¥à¤ž
(viii) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• शबà¥à¤¦ का विलोम शबà¥à¤¦ लिखिठ-
कंजूस, विसà¥à¤¤à¤¾à¤° |
Answer:
कंजूस:-खरà¥à¤šà¥€à¤²à¤¾
विसà¥à¤¤à¤¾à¤°:-संकà¥à¤·à¥‡à¤ª
(ix) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• शबà¥à¤¦ के अनेकारà¥à¤¥à¤• शबà¥à¤¦ (कम से कम दो) लिखिठ-
हवा, धूप
Answer:
हवा:-समीर, हवा
धूप:-सूरà¥à¤¯ की धूप, अगरबतà¥à¤¤à¥€
(x) निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• अशà¥à¤¦à¥à¤§ वाकà¥à¤¯ को शà¥à¤¦à¥à¤§ करके लिखिठ-
(क) मेरे को मंदिर जाना है।
(ख) मेधावी मेरी अनà¥à¤œ हैं।
Answer:
(क) मेरे को मंदिर जाना है:-मà¥à¤à¥‡ मंदिर जाना है l
(ख) मेधावी मेरी अनà¥à¤œ हैं:-मेधावी मेरी अनà¥à¤œà¤¾ है l
à¤à¤¾à¤—-ग
3. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित पदà¥à¤¯à¤¾à¤‚श की सपà¥à¤°à¤¸à¤‚ग वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ कीजिठ-
पर सà¥à¤– संपति देखि सà¥à¤¨à¤¿,
जरहिं जे जड़ बिनॠआगि।
तà¥à¤²à¤¸à¥€ तिन के à¤à¤¾à¤— ते,
चलै à¤à¤²à¤¾à¤ˆ à¤à¤¾à¤—ि।।
Answer:
पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग :-पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ दोहा तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित दोहावली से लिया गया है l जिसमें कवि ने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की दà¥à¤°à¥à¤¦à¤¶à¤¾ का वरà¥à¤£à¤¨ किया है l
वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾:- तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ जी कहते हैं की दूसरे और संपतà¥à¤¤à¤¿ को देख सà¥à¤¨à¤•र जो मोर के बिना आग के जलते रहते हैं उन लोगों के à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ से बलाई सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही à¤à¤¾à¤— जाती है l
अथवा
गोधन के धनी उदार,
उनको सà¥à¤²à¤ सà¥à¤¥à¤¾ की धार,
सहनशीलता के आगर वे शà¥à¤°à¤® सागर तरते हैं।
हम राजà¥à¤¯ लिठमरते हैं।
Answer:
पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग:-पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ मैथिलीशरण गà¥à¤ªà¥à¤¤ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित कविता 'हम राजà¥à¤¯ लिठमरते हैं' से ली गई है l इसमें उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ ने कà¥à¤²à¥‡à¤¶ से दà¥à¤–ी होकर संपनà¥à¤¨ जीवन की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की है
वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾:- उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ कहती है कि किसान के पास गायों रूपी धन है जिसके कारण वह धनवान है और उधार बने रहते हैं l उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अमृत की धारा के समान ने गाया का दूध सारा आसान आसानी से मिल जाती है l रेशम शीलता आ रहे हैं तथा निरंतर पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ रूपी सागर में तैरते रहते हैं जब हम लोग आपस में लड़ते à¤à¤—ड़ते हैं l
4. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ चार पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¤à¤° तीन या चार पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में दीजिठ-
(i) 'नरà¥à¤¸' कहानी में सिसà¥à¤Ÿà¤° सूसान ने महेश को अपने बेटे के बारे में कà¥à¤¯à¤¾ बताया ?
Answer:
जब सिसà¥à¤Ÿà¤° सूसानसिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸ सà¥à¤œà¤¾à¤¨ ने महेश को रोते तो उसने महेश को बताया कि बेटा की उसके बाद रोता है बहà¥à¤¤ शैतान है l उसका नाम महेश है वह 3 महीने का है महेश को बताया कि आया उसे जब खिलाती है या गाना गाती है तो खà¥à¤¶à¥€ से आग पर ऊपर नीचे करने लगता है जैसे नाच रहा हो l
(ii) 'अशिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ का हृदय' कहानी में नीम के वृकà¥à¤· के साथ मनोहर सिंह का इतना लगाय कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ था ?
Answer:
नीम का वृकà¥à¤· मनोहर के घर के बाहर लगा हà¥à¤† था l यह पेड़ उसके पिताजी के हाथ से लगाया हà¥à¤† था l उसके साथ उसका बचपन बीता था l वह पेड़ उस के दरोगा था उस अपने पिताजी की यादगारी मनाता था वह पेड़ की सीट शायर सà¥à¤– से अनà¥à¤à¤µ करता था उसे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ था इस पेड़ के उसे परिवार पर अनेकों उपकार थे उसे तथा उसके परिवार को छाया पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता था l
(iii) 'मितà¥à¤°à¤¤à¤¾' निबनà¥à¤§ के आधार पर लिखें कि अपने से अधिक आतà¥à¤®à¤¬à¤² रखने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मितà¥à¤° बनाने से कà¥à¤¯à¤¾ लाठहै ?
Answer:
हमें अपने से अधिक आतà¥à¤®à¤¬à¤² रखने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपना मितà¥à¤° बनाना चाहिठà¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हमें उचà¥à¤š और महान कारà¥à¤¯ को मैं सहायता करते हैं हम मनोबल और साहस बढ़ाते हैं l उस की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से हम अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ से अधिक कारà¥à¤¯ कर लेते हैं l à¤à¤¸à¥‡ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ हम कठिन से कठिन कारà¥à¤¯ à¤à¥€ आसानी से कर लेते हैं l
(iv) 'मैं और मेरा देश' निबनà¥à¤§ के आधार पर लिखें कि लाला लाजपतराय के किस अनà¥à¤à¤µ ने लेखक की पूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ को अपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ में बदल दिया ?
Answer:
लाला लाजपत राय से अनेकों देशों में ले गठथे जब à¤à¥€ वहां से घूम कर अपने देश में लौटे तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपना विदेशी यातà¥à¤°à¤¾ का अनà¥à¤à¤µ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कहा कि अमेरिका इंगà¥à¤²à¥ˆà¤‚ड तथा संसार के दूसरे देशों में à¤à¥€ गठपर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· की गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ की लजà¥à¤œà¤¾ का कलंक लगा ही रहा l
(v) 'सूसी शाली' à¤à¤•ांकी में परेश ने दादा जी के पास जाकर अपनी पतà¥à¤¨à¥€ बैला के समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में कà¥à¤¯à¤¾ बताया ?
Answer:
परेश ने दादा जी के पास जाकर बताया कि उसकी पतà¥à¤¨à¥€ बेला का मन किस घर में नहीं लगता था l उसे कोई à¤à¥€ पसंद नहीं करता था l सब कà¥à¤› की निंदा करते थे l वह à¤à¤¸à¤¾ समà¤à¤¤à¥€ थी जैसे वह पर परागों में आ गई हो l पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ चाहती है और दूसरों का पसंद नहीं करती l
(vi) 'देश के दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨' à¤à¤•ांकी में जयदेव को गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤šà¤°à¥‹à¤‚ से कà¥à¤¯à¤¾ समाचार मिला ?
Answer:
जयदेव को गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ यह समाचार मिला की अंधेरी में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ à¤à¤• डेड मील दकà¥à¤·à¤¿à¤£ की तरफ से कà¥à¤› लोग बॉरà¥à¤¡à¤° पार करने वाले हैं l à¤à¤¸à¤¾ शहर की सोना समगà¥à¤° कर के ला रहे हैं l
5. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ तीन पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¤à¤° छह-सात पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में दीजिठ-
(i) 'ममता' कहानी के अथार पर ममता का चरितà¥à¤° चितà¥à¤°à¤£ कीजिà¤à¥¤
Answer:
ममता à¤à¤• सौदयम य यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ थी l बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ होने के कारण मन में धन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कोई मोह नहीं था l तà¥à¤¯à¤¾à¤— करना और कषà¥à¤Ÿ सहना वह जानती थी l उसने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी के गà¥à¤£ विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ थे l ममता देशà¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€ थी l राषà¥à¤Ÿà¥à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤® उसकी नस-नस में था l ममता यह जानती हà¥à¤ˆ कि उसके पिता की हतà¥à¤¯à¤¾ इन यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के हाथों हà¥à¤ˆ है à¤à¤• आगतक को इसलिठशरण देती है कि हिंदू धरà¥à¤® में'अतिथि देवो à¤à¤µ ' कहा गया है l लोगों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤® से दूसरों के सà¥à¤–-दà¥à¤– समà¤à¤¨à¥‡ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के कारण लोग समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करते हैं l मैं आजीवन सब के दà¥à¤– सà¥à¤– की सहà¤à¤¾à¤—ी है l इसकी सेवा à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के कारण उसके अंत समय में गांव की सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ ममता की सेवा के लिठघेरकर बैठी थी l
(ii) 'दो कलाकार” कहानी में चितà¥à¤°à¤¾ à¤à¤• मंà¤à¥€ हà¥à¤ˆ चितà¥à¤°à¤•ार है। आप इससे कहाठतक सहमत हैं ?
Answer:
हां चितà¥à¤°à¤¾ à¤à¤• मंà¤à¥€ हà¥à¤ˆ चितà¥à¤°à¤•ार हैl उसे चितà¥à¤°à¤•ला का बहà¥à¤¤ शौक है l वह चितà¥à¤° बनाने के लिठसदैव नवीन पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤“ं की तलाश करती है l उसकी मेहनत विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ चितà¥à¤°à¤•ार बना देती है वह आधà¥à¤¨à¤¿à¤• चितà¥à¤°à¤•ला को नियमों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपने चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ को बनाती है l उनकी कला जीवन के सà¥à¤– दà¥à¤– से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ हà¥à¤ˆ थी l उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया गया à¤à¥€à¤– मांगी और उसके दोनों बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का चितà¥à¤° उसकी मंà¤à¥€ कलाकारी होने का सबूत है l
(iii) 'राजेंदà¥à¤° बाबू' पाठके आधार पर राजेंदà¥à¤° बाबू की पतà¥à¤¨à¥€ की चारितà¥à¤°à¤¿à¤• विशेषताओं का वरà¥à¤£à¤¨ करे।
Answer:
राजेंदà¥à¤° बाबू की पतà¥à¤¨à¥€ à¤à¤• सचà¥à¤šà¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी थीlबचपन में उसका विवाह हो गया थाl बिहार के जिमीदार परिवार की वधॠतथा सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® की सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ सोनानी à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¥à¤® राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ की पतà¥à¤¨à¥€ होने का कारण अहंकार नहीं था l राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤¨ में वे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥‹à¤œà¤¨ पकाती थी पति, परिवार, परिजनों, आदि को खिला कर ही सà¥à¤µà¤¯à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करती थी l लेखिका के छातà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¾à¤¸ में अपने और सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मिलने आने पर वह छातà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¾à¤¸ की अनà¥à¤¯ छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं, आदि को à¤à¥€ मिठाई बाट देती थी l
(iv) 'सदाचार का तावीज़' पाट में छिपे वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ को सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ कीजिà¤à¥¤
Answer:
'सदाचार का तावीज़' पाठमूल रूप से वà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• रचना है l रचना के माधà¥à¤¯à¤® से वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤•ार लेखक शंकर परसाई करना चाहता है की केबल à¤à¤¾à¤·à¤£à¥‹à¤‚, कारà¥à¤¯à¤•ाल को ,पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ, नैतिक सà¥à¤²à¥‹à¤—नओं बाद में बाद आदि के जोर से कà¤à¥€ à¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° को जड़ से समापà¥à¤¤ नहीं किया जा सकता l à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° को सलमा पर करने के लिठसमाज में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को नैतिक टेढ़ा करना होगा l जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की नैतिकता à¤à¥€ विकास होगा समाज तथा राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ कर सकेगा l देश में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ सà¤à¥€ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जब उसकी आवशà¥à¤¯à¤•तानà¥à¤¸à¤¾à¤° वेतन दिया जाà¤à¤—ा तब कहीं जाकर à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° न केंदà¥à¤° कसी जा सकती है l à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° पर लगाम लगाना किसी à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का काम नहीं बलà¥à¤•ि इसकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤µà¤¾à¤°à¥€ पूरे समाज की है l
(v) सूखी डाली' à¤à¤•ांकी से हमें कà¥à¤¯à¤¾ शिकà¥à¤·à¤¾ मिलती है ?
Answer:
हमें परिवार की सà¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ बाल से समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ मिलजà¥à¤²à¤•र रहना चाहिठl हमें अपने बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों माता पिता का आदर करना चाहिठl उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बताठगठसà¥à¤à¤¾à¤µ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ तथा संसà¥à¤•ृत मानगढ़ घमंड में चूर नहीं रहना चाहिठअनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ घमंड में रहकर आदमी परिवार के साथ रहकर à¤à¥€ पेड़ पर लगी सूखी डाली के समान बन कर रह जाता है l छोटा बड़ा कोई उमà¥à¤° से नहीं बलà¥à¤•ि जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से होता है l
à¤à¤¾à¤—-घ
6. आपका नाम जगजीत कौर है। आप शिवाजी नगर, मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में रहते हैं। आप अपनी ओर से मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ के 'जन चेतना' समाचार पतà¥à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯ समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• के नाम सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं पर चिंता वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं को रोकने के सà¥à¤à¤¾à¤µ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥€ à¤à¤• पतà¥à¤°
Answer:
जगजीत कौर
शिवाजी नगर,
मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ
दिनांक 22अगसà¥à¤¤20..
सेवा में
संपादक
जन चेतना
मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ
विषय:- सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤à¤‚- समसà¥à¤¯à¤¾ और सà¥à¤à¤¾à¤µ
पà¥à¤°à¤¿à¤¯ महादेà¤
आप की लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ समाचार पतà¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤® से में दिन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ बढ़ती हà¥à¤ˆ सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं दिलाना चाहता उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोकने के लिठअपनी और से सà¥à¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ दे रहा है l आजकल निरंतर बढ़ती हà¥à¤ˆ सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण बिना वाहन चलाने के लिठलाइसेंस की गाड़ी चलाना, नशे में गाड़ी चलाना, तेज गति से गाड़ी चलाना, टà¥à¤°à¥ˆà¤«à¤¿à¤• नियमों अनदेखी करते हà¥à¤ वाहन चलाना, टà¥à¤°à¤•ों में निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ सीमा से अधिक माल à¤à¤°à¤¨à¤¾ वाहनों की समय-समय पर सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ ना करवाना आदि है l समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से हटाने के लिठपरिवहन पà¥à¤²à¤¿à¤¸ विà¤à¤¾à¤— को मिलजà¥à¤² कर काम करना चाहिठl वाहन चालकों को लाइसेंस टà¥à¤°à¥ˆà¤«à¤¿à¤• नियम से पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ तथा वाहन चलाने की परीकà¥à¤·à¤¾ देने के बाद दिया जाठl टà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¿à¤• नियमों को तोड़ने वाले को कठोर दंड दिया जाठl समय समय पर सà¥à¤•ूल कॉलेजों और संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं मैं नियमों की जानकारी देनी चाहिà¤
आशा है पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने सà¥à¤à¤¾à¤µ की ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देकर सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं को रोकने की पहल करेगा
धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦
जगजीत कौर
अथवा
आपका नाम अनीता पà¥à¤°à¥€ है। आप जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‹à¤¦à¤¯ पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•ूल, जगाधरी में दसवीं ककà¥à¤·à¤¾ में पढ़ती हैं। अपने सà¥à¤•ूल के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ को सà¥à¤•ूल में अगिक से अधिक खेलों का सामान मंगवाने के लिठअनà¥à¤°à¥‹à¤§ करते हà¥à¤ आवेदन पतà¥à¤° लिखिà¤à¥¤
Answer:
सेवा में
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯
जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‹à¤¦à¤¯ पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•ूल,
जगाधरी
विषय:- वीडियो समानारà¥à¤¥ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ पतà¥à¤° l
मानà¥à¤¯à¤µà¤° महोदय
अपने à¤à¤• छातà¥à¤° सà¤à¤¾ में à¤à¤¾à¤·à¤£ देते हà¥à¤ इस बात पर बल दिया कि छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ साथ खेलों का महतà¥à¤¤à¤® à¤à¥€ समà¤à¤¨à¤¾ चाहिठl खेल शिकà¥à¤·à¤¾ का à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंग है l मà¥à¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ की बात है कि आप शेरों की आवशà¥à¤¯à¤•ता तो खूब समà¤à¤¤à¥‡ हैं पर खेल सामगà¥à¤°à¥€ की अà¤à¤¾à¤µ और कà¤à¥€ आपका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं गया l खेलो के अनेक लाठहै यह सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठबड़े उपयोगी है l यह अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ बालन सहयोगी का पाठपढ़ाती हैं l अंत आप से निवेदन है कि आप खेलों का सामान उपलबà¥à¤§ करवाने की कृपा करें l इससे छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में खेलों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ रà¥à¤šà¤¿ बढ़ेगी वह अपने खेल पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का विकास कर सकेंगे l आशा है कि आप मेरे पतà¥à¤° पर उचित धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देंगे l
आपका आजà¥à¤žà¤¾à¤•ारी छातà¥à¤°
अनीता पà¥à¤°à¥€
7. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित किसी à¤à¤• विषय पर 100-120 शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ लिखिठ-
(क) जनसंचार के माधà¥à¤¯à¤®
(ख) सबà¥à¤œà¥€ मंडी में सबà¥à¤œà¥€ खरीदने का मेरा पहला अनà¥à¤à¤µ
(ग) पà¥à¤°à¤•ृति का वरदान : पेड़-पौधे
Answer:
जनसंचार के माधà¥à¤¯à¤®
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ यà¥à¤— जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का यà¥à¤— है l आज के यà¥à¤— में जनसंचार के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति सी आ गई हैl आज पहले की अपेकà¥à¤·à¤¾ जन संचार के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ अनेक साधन है जिससे हम दूसरों अपनी बात को आसानी से पहà¥à¤‚चा सकते हैं l अब तो जनसंचार के लिठमोबाइल फोन हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की जेब में सदा विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ रहता है l जिससे आप देश-विदेश कहीं à¤à¥€ बात कर सकते हैं संदेश पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकते हैं या उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कहीं à¤à¥€ à¤à¥‡à¤œ सकते हैं l इंटरनेट सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ ने तो पूरे संसार को à¤à¤• गांव में बदल के रख दिया है l पतà¥à¤°, पतà¥à¤°à¤¿à¤•ाà¤à¤‚, रेडियो, टेलीविजन, मोबाइल, टेलिफोन, इंटरनेट, आदि जन संचार के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ माधà¥à¤¯à¤® है l जनसंचार के माधà¥à¤¯à¤® को अनेक वरà¥à¤—ों के बांट सकते हैं l मौखिक और लिखितl इन सà¤à¥€ माधà¥à¤¯à¤® की शिकà¥à¤·à¤¾, वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, मनोरंजन, आदि विषयों में अनà¥à¤œ योगदान है l
सबà¥à¤œà¥€ मंडी में सबà¥à¤œà¥€ खरीदने का मेरा पहला अनà¥à¤à¤µ
जीवन में जितनी आवशà¥à¤¯à¤•ता काम की है l उससे कहीं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अनà¥à¤à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना है l कारà¥à¤¯ में गति और पà¥à¤°à¤—ति लाता है l बम के आधार पर किया जाने वाला कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कर होता है l मेरे घर शहर के सेकà¥à¤Ÿà¤° 8 कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में है l हमारे घर के पास सबà¥à¤œà¥€ मंडी लगती है l बड़ी मंडी से à¤à¥€ कà¥à¤› छोटे दà¥à¤•ानदार सबà¥à¤œà¥€ बेचने के लिठयहां आते हैं l सबà¥à¤œà¥€ बेचने और खरीदने का कोलाहल देखने की बनता है l पà¥à¤°à¤¾à¤¯ : वहीं सबà¥à¤œà¥€ खरीदने के लिठबड़ी बहन और ममà¥à¤®à¥€ जाते हैं लेकिन आज मैं चला गया l मेरे जीवन का अलग अनà¥à¤à¤µ था l सबà¥à¤œà¥€ मंडी में लोगों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ थी l रेडियो की à¤à¥€à¤¡à¤¼ के अतिरिकà¥à¤¤ डेटो की बनी फरà¥à¤¶ पर योग सबà¥à¤œà¥€ बेच रहे थे l लोग दà¥à¤•ानदारों से सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मोल à¤à¤¾à¤— कर रहे थे l मैंने à¤à¥€ टमाटर, पà¥à¤¯à¤¾à¤œ, आलू, और मडर खरीदने का मोल à¤à¤¾à¤µ किया l मैंने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को चà¥à¤¨à¤¾ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूलवाया केले और संतरे बी खरीदने थे l फल अधिकतर रेडियो पर सजे हà¥à¤ थे l मैंने चार पाचरेडियो पर बिकने वाले फलों केदाम पूछे l और फिर à¤à¤• रेडी से फल खरीदे l कारà¥à¤¯ करना अलग पà¥à¤°à¤•ार का संतोष अनà¥à¤à¤µ हà¥à¤† l जब मैं घर पहà¥à¤‚चा तो मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ हो रहा था कि मैं कà¥à¤› अलग काम करके वापस लौटा हूं l
पà¥à¤°à¤•ृति का वरदान पेड़ पौधे​​​​​​
पà¥à¤°à¤•ृति संसार को अनेक अनूठे उपहार à¤à¥‡à¤‚ट किठहैं l पेड़ पौधे पà¥à¤°à¤•ृति का अनूठा वरदान है l पेड़ पौधे से पà¥à¤£à¥‡ जीव जगत के जीवन मूल धारा है l यह परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को साफ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤‚दर बनाते हैं l यह कारà¥à¤¬à¤¨ डाइऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ का गà¥à¤°à¤¹à¤£ करते हैं और ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ दूसरों को देते हैं l ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ से समयपà¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ जगत सांस लेता है l पेड़ पौधे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सूरà¥à¤¯ की तपन को सहन कर दूसरों को छाया पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करते हैं l अपने पर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कà¤à¥€ नहीं खाते बलà¥à¤•ि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ हमें दे देते हैं l इतने पेड़ पौधे वातावरण को शà¥à¤¦à¥à¤§ बनाते हैं l धरती की उपजाऊ शकà¥à¤¤à¤¿ को बढ़ाते हैं l à¤à¥‚मि को पानी के कटाव से रोकती है l पेड़ पौधों से हमें लकड़ियां चाल आदि अनेक आहार पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होते हैं l पेड़ पौधे पà¥à¤°à¤•ृति का अनूठा वरदान है l हमें à¤à¥€ पेड़ पौधों का संरकà¥à¤·à¤£ करना चाहिठl अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिठl
8. निमà¥à¤¨à¤¾à¤²à¤¾à¤–त गदà¥à¤¯à¤¾à¤¶ को पढ़कर दिठगठपà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¤à¤° दीजिठ-
अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ à¤à¤• पà¥à¤°à¤šà¤‚डतम संकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• बीमारी है। आग की तरह यह फैलती है और आग की तरह जो कà¥à¤› इसके अधीन आता जाता है, उसे धà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ करती जाती है। अतः हर सà¥à¤¤à¤° पर जो à¤à¥€ संचालक अथवा पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ है, उसका यह पà¥à¤°à¤®à¥à¤– करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ हो जाता है कि अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के पहले लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ को देखते ही उसका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ उपचार कर दें। अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ यह बीमारी समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का ही पतन कर सकती है। वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ शिथिल होने का अरà¥à¤¥ है, मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ और मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं का अवमूलà¥à¤¯à¤¨ होना और जब à¤à¤¸à¤¾ होता है तो कोई à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° अथवा सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ कितनी ही दिवà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो, नषà¥à¤Ÿ हो जायेगी। अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ हà¥à¤ बिना कोई समाज, कोई विà¤à¤¾à¤— या कोई राषà¥à¤Ÿà¥à¤° शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ नहीं बन सकता। इतना ही नहीं अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के बिना किसी देश से दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯, आपसी फूट और वैमनसà¥à¤¯ कà¤à¥€ दूर नहीं हो सकते ।
(i) अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ कैसी बीमारी है ?
Answer:
अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ à¤à¤• पà¥à¤°à¤šà¤‚डतम संकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• बीमारी है।
(ii) अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ शिथिल होने से किसी राषà¥à¤Ÿà¥à¤° या सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ पर कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ता है ?
Answer:
अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ शिथिल होने का अरà¥à¤¥ है, मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ और मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं का अवमूलà¥à¤¯à¤¨ होना और जब à¤à¤¸à¤¾ होता है तो कोई à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° अथवा सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ कितनी ही दिवà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो, नषà¥à¤Ÿ हो जायेगी।
(iii) किसके बिना देश से दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯, आपसी फूट और वैमनसà¥à¤¯ कà¤à¥€ दूर नहीं हो सकते ?
Answer:
अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के बिना देश से दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯, आपसी फूट और वैमनसà¥à¤¯ कà¤à¥€ दूर नहीं हो सकते l
(iv) 'उपचार' तथा 'वैमनसà¥à¤¯' शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के अरà¥à¤¥ लिखिà¤à¥¤
Answer:
उपचार:-इलाज
वैमनसà¥à¤¯:-दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€
(v) उपरà¥à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ गदà¥à¤¯à¤¾à¤‚श का उचित शीरà¥à¤·à¤• दीजिà¤à¥¤
Answer:
अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾
à¤à¤¾à¤—-च
9. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ पाà¤à¤š मà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤°à¥‹à¤‚ लोकोकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के वाकà¥à¤¯ इस तरह बनाà¤à¤‚ ताकि उनके अरà¥à¤¥ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ हो जाà¤à¤‚ -
(i) रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ पानी में फेंकना
(ii) फूल à¤à¤¡à¤¼à¤¨à¤¾
(iii) तिल का ताड़ बनाना
(iv) आà¤à¤š न आने देना
(V) कथनी नहीं, करनी चाहिà¤
(vi) कà¤à¥€ नाव गाड़ी पर, कà¤à¥€ गाड़ी नाव पर
(vii) सावन हरे न à¤à¤¾à¤µà¥Œà¤‚ सूखे
Answer:
रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ पानी में फेंकना:-(मनà¥à¤¨à¤¤ मांगने ) यह माना जाता है कि रà¥à¤ªà¥ˆà¤¯à¤¾ पानी में फेंकने से सब काम पà¥à¤°à¥‡ होते हैं l
फूल à¤à¤¡à¤¼à¤¨à¤¾:-(मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾) राम के धोखा देने पर शà¥à¤¯à¤¾à¤® के फूल à¤à¤¡à¤¼ गठl
तिल का ताड़ बनाना:-( छोटी बात को बढ़ाना) सà¥à¤§à¤¾à¤•र की जरा सी बात को अपने ऊपर आरोप समठकर रोहनका तिल का ताड़ बनाना है l
आà¤à¤š न आने देना:-( कà¥à¤› à¤à¥€ ना होने देना):- कितने मà¥à¤¶à¥à¤•िल के समय में à¤à¥€ माधवी ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आà¤à¤š न आने देना l
कथनी नहीं, करनी चाहिà¤:-( बातें बहà¥à¤¤ परंतॠकाम कà¥à¤› नहीं) आजकल के नेताओं की कथनी और करनी में बहà¥à¤¤ अंतर है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जनता को उनकी कथनी नहीं, करनी चाहिà¤l
कà¤à¥€ नाव गाड़ी पर, कà¤à¥€ गाड़ी नाव पर:-( जरूरत में à¤à¤• दूसरे की मदद करनी) सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° कौर ने बलविंदर कौर की गलत में सहायता की थी तो बलविंदर ने सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° कॉल की अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में मदद करती इसीलिठकहा गया है किकà¤à¥€ नाव गाड़ी पर, कà¤à¥€ गाड़ी नाव पर l
सावन हरे न à¤à¤¾à¤µà¥Œà¤‚ सूखे:-( à¤à¤• जैसी दशा रहनी) राम गरीबी में पाई पाई के लिठमरता था अब अब उसका वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° चमक उठा है तो बेवफाई पर के लिठमर रहा है उसकी तो सावन हरे न à¤à¤¾à¤µà¥Œà¤‚ सूखे जैसी हालत है l
à¤à¤¾à¤—-छ
10. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित पंजाबी गदà¥à¤¯à¤¾à¤‚श का हिंदी में अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ कीजिठ-
à¨à©à¨°à¨¿à¨¸à¨¼à¨Ÿ ਆਚਰਣ ਹੀ à¨à©à¨°à¨¿à¨¸à¨¼à¨Ÿà¨¾à¨šà¨¾à¨° ਹà©à©°à¨¦à¨¾ ਹੈ । ਕà©à¨ ਲੋਕ ਕੇਵਲ ਪੈਸੇ ਦੀ ਹੇਰਾਫੇਰੀ ਅਤੇ ਘਪਲੇਬਾਜ਼ੀ ਨੂੰ ਹੀ à¨à©à¨°à¨¿à¨¸à¨¼à¨Ÿà¨¾à¨šà¨¾à¨° ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ਪਰ ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਮਿਲਾਵਟ, ਅਨਿਆਂ, ਸਿਫਾਰਿਸ਼, ਕਾਲਾਬਜ਼ਾਰੀ, ਸ਼ੋਸ਼ਣ ਅਤੇ ਧੋਖਾ ਆਦਿ ਸਠਕà©à¨ ਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸਾਰਾ ਸਮਾਜ ਇੱਕ ਜà©à¨Ÿ ਹੋ ਕੇ ਹੀ à¨à©à¨°à¨¿à¨¸à¨¼à¨Ÿà¨¾à¨šà¨¾à¨° ਰੂਪੀ ਇਸ ਦੈਤ ਨੂੰ ਖਤਮ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
Answer:
à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ आचरण à¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° है। कà¥à¤› लोग केवल पैसे की हेराफेरी और धोखेबाजी को ही à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° कहते हैं, पर इसके अलावा, मिलावट, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯, सिफारिश, कालाबाजारी, शोषण और धोखाधड़ी सब कà¥à¤› आ जाता है। सहारा समाज à¤à¤•जà¥à¤Ÿ होकर à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° रूपी इस को समापà¥à¤¤ कर सकता है।
à¤à¤¾à¤—-ज
11. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का उतà¥à¤¤à¤° दीजिठ-
(i) आपका नाम रवि कà¥à¤®à¤¾à¤° है। आप सूरà¥à¤¯à¤¾ सीनियर सेकेंडरी सà¥à¤•ूल, पठानकोट में हिंदी के अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• हैं। आप फल की हिंदी साहितà¥à¤¯ समिति के सचिव हैं। इस समिति दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आपके सà¥à¤•ूल में दिनांक 11.08.2018 को ‘सड़क सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾' विषय पर à¤à¤¾à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया जा रहा है। इस समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में आप अपनी ओर से à¤à¤• सूचना तैयार करके लिखिठजिसमें विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में à¤à¤¾à¤— लेने के लिठकहा गया हो। |
Answer:
आप सà¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सूचित किया जाता है कि सà¥à¤•ूल में11.08.2018 को सड़क सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ वरà¥à¤· पर à¤à¤¾à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया जा रहा है l इसमें सà¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का आना अनिवारà¥à¤¯ है l
रवि कà¥à¤®à¤¾à¤°
हिंदी साहितà¥à¤¯ समिति
सूरà¥à¤¯à¤¾ सीनियर सेकेंडरी सà¥à¤•ूल,
पठानकोट
(ii) आपका नाम अमिताठहै। आपका सेकà¥à¤Ÿà¤°-22 मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में बहà¥à¤¤ बड़ा पाà¤à¤š सितारा होटल है। आपका मोबाइल नमà¥à¤¬à¤° 1354456695 है। आपको अपने होटल के लिठà¤à¤• मैनेजर की आवशà¥à¤¯à¤•ता है। वरà¥à¤—ीकृत विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त 'मैनेजर की आवशà¥à¤¯à¤•ता है' का पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प तैयार करके लिखिà¤à¥¤
Answer:
सेकà¥à¤Ÿà¤°-22 मà¥à¤‚बई पà¥à¤°à¤¤à¤¿ निषà¥à¤ ा 5 तारा होटल में काम करने वाली मैनेजर की आवशà¥à¤¯à¤•ता है l डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥€, बीमा फंड की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ l अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलना अनिवारà¥à¤¯ वेदर योगà¥à¤¯ अनà¥à¤¸à¤¾à¤° l 3 वरà¥à¤· का अनà¥à¤à¤µ आवशà¥à¤¯à¤• l संपरà¥à¤• करो-मोबाइल नमà¥à¤¬à¤° 1354456695
à¤à¤¾à¤—-à¤
12. निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से किसी à¤à¤• पà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥à¤° को अपनी उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¿à¤¤à¤•ा पर उतारकर à¤à¤°à¥‡à¤‚ - (i) मान लीजिठआपका नाम पूनम कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ है। आपका à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ बैंक, शाखा-शिमला में à¤à¤• बचत खाता है, जिसका नमà¥à¤¬à¤° 373748488 है। आपको अपने इस खाते में से 5500/- रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ निकलवाने हैं। इस अनà¥à¤¸à¤¾à¤° निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित पà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥à¤° की रूपरेखा अपनी उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•ा पर उतार कर à¤à¤°à¥‡à¤‚ -
à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ बैंक, शाखा : शिमला
बचत बैंक आहरण पà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥à¤° ।
बचत खाताधारक का नाम: .....................................................................
खाता नमà¥à¤¬à¤° :..........................................................................................
कृपया मà¥à¤à¥‡............................रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (अंकों में)............... रà¥. (राशि शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में)।
अदा करें।
खाताधारक के हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° :.......................
Answer:
बचत खाताधारक का नाम: . पूनम कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
खाता नमà¥à¤¬à¤° :. 373748488
कृपया मà¥à¤à¥‡ .5500/- रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (अंकों में).. पाà¤à¤š हजार पाà¤à¤š सौ रà¥. (राशि शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में)।
अदा करें।
खाताधारक के हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° :..पूनम कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
(ii) मान लीजिठआपका नाम सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देवी है। आपका à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ डाक के सेकà¥à¤Ÿà¤°-15 नोà¤à¤¡à¤¾ में à¤à¤• बचत खाता है, जिसका नमà¥à¤¬à¤° 834747393 है। आपको अपने इस खाते में से दिनांक 23.05.2018 को 4500/- रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ निकलवाने हैं। इस अनà¥à¤¸à¤¾à¤° निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित पà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥à¤° की रूपरेखा अपनी उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•ा पर उतार कर à¤à¤°à¥‡ ।
रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ निकालने का फॉरà¥à¤®
(जमाकरà¥à¤¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤°à¤¾ जाà¤)
डाकघर का नाम : सेकà¥à¤Ÿà¤° -15, नोà¤à¤¡à¤¾
दिनांक......................बचत खाता से :.............................................................................................
कृपया मà¥à¤à¥‡.....................रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (अंकों में.) .............................रà¥. (राशि शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में) का à¤à¥à¤—तान करें।
जमाकरà¥à¤¤à¤¾ के हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° : ,........................................................................
Answer:
दिनांक.22.05.2018
बचत खाता से :...834747393...
कृपया मà¥à¤à¥‡..4500/-..रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (अंकों में.) . चार हजार पाचठसौ रà¥. (राशि शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में) का à¤à¥à¤—तान करें।
जमाकरà¥à¤¤à¤¾ के हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° : ,...सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देवी..